युवाओं में रचनाशीलता, उद्यमिता और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए जिला कलक्टर श्री अभिषेक सुराणा की पहल पर डीओआईटी द्वारा संचालित इन्क्यूबेशन सेंटर में आइडियाथॉन का आयोजन किया गया।
आइडियाथॉन में कोई भी आमजन से किसानों की आय बढाने, गांवों व शहरों में कचरा प्रबंधन तथा जल प्रबंधन को लेकर अपने सुझाव मांगे गए तथा गूगल फॉर्म के जरिए रजिस्ट्रेशन किया गया।
राज्य सरकार द्वारा राज्य में स्टार्ट-अप ईकोसिस्टम एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद््देश्य हेतु आईस्टार्ट कार्यक्रम अंतर्गत संचालित आईस्टार्ट नेस्ट इन्क्यूबेशन सेंटर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम अंतर्गत 12 से 14 दिसंबर तक जिले के स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों व आमजन हेतु आइडियाथॉन का आयोजन किया जा रहा है। ‘किसानों की उत्पादकता/आय को किस प्रकार बढ़ाया जा सकता है?’, ‘नगर निकायों व ग्राम पंचायतों में दीर्घकालिक एवं एकीकृृत ठोस कचरा प्रबंधन किस प्रकार सुनिश्चित किया जा सकता है?’ तथा ‘जल के पुनर्भरण, पुनर्प्रयोग, पुनर्चक्रण को किस प्रकार सुनिश्चित एवं प्रोत्साहित किया जा सकता है?’ विषयों पर आइडियाथॉन में विचार लिए गए। विभिन्न माध्यमों से आइडियाथॉन का समुचित प्रचार-प्रसार किया गया।
इसी क्रम में, 13 दिसंबर 2024 को जिला कलक्टर श्री अभिषेक सुराणा ने इन्क्यूबेशन में आइडियाथॉन का निरीक्षण कर प्रतिभागियों से बातचीत कर मूल्यवान अंतर्दृष्टि और प्रोत्साहन प्रदान किया। जिला कलक्टर ने स्थानीय विकास को बढ़ावा देने में रचनात्मक सोच और उद्यमशीलता की पहल की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और प्रतिभागी युवाओं से आग्रह किया कि वे
समस्या-समाधान के लिए अभिनव समाधानों के साथ आगे बढ़ें, अपने विचारों को समुदाय के सामने आने वाली वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के साथ संरेखित करें। उन्होंने कहा कि रचनात्मक रूप से सोचने और उद्यमशीलता से कार्य करने की क्षमता न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि बड़े पैमाने पर भी महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
इस दौरान संयुक्त निदेशक (आईटी) नरेश कुमार, प्रभारी इन्क्यूबेटर गुरप्रीत सिंह लबाना, आईस्टार्ट मेंटर मनु विजय, जयपुर से आईस्टार्ट स्कूल टीम मेंटर शुभम गुप्ता और बीकानेर से आईस्टार्ट मेंटर जयवीर सिंह शेखावत शामिल हुए। उनकी सक्रिय भागीदारी और मार्गदर्शन ने आइडियाथॉन में बहुत अधिक मूल्य जोड़ा, प्रतिभागियों को अपने विचारों को परिष्कृत करने और प्रभावशाली समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
आइडियाथॉन के प्रतिभागियों हेतु आयोजित कार्यशाला में उन्हें ब्रांड मैनेजमेंट, मार्केटिंग स्ट्रेटजी, प्रोडक्ट प्रोटोटाईप, बिजनेस मॉडल की जानकारी दी गयी।
इसी क्रम में, 15 दिसंबर, 2024 को आयोजित आइडियाथॉन के समापन समारोह में प्रतिभागियों ने दिए गए विषयों पर नवाचारयुक्त सुझाव जूरी मेंबर्स के सामने प्रस्तुत किए। डीओआईटी एसीपी नरेश टुहानिया, आत्मा परियोजना निदेशक दीपक कपिला, वाटरशेड एसई महेन्द्र सूरा, चूरू नगरपरिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह, इन्क्यूबेशन सेंटर प्रभारी गुरप्रीत सिंह लबाना व मेंटर मनु विजय ज्यूरी सदस्य रहे। जिले की स्थानीय समस्याओं के अभिनव समाधान व नवाचार के आधार पर ज्यूरी द्वारा प्रतिभागियों को अंक प्रदान किए गए।
‘किसानों की उत्पादकता व आय को बढ़ाना‘ विषय में संदीप कुमार प्रथम, सूरज शर्मा द्वितीय एवं मुकेश प्रजापत व नरेंद्र सिहाग ने तृतीय स्थान, ‘नगर निकायों व ग्राम पंचायत में दीर्घकालिक एवं एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन‘ विषय में शिशिर सिंघल प्रथम, मोहसिन भाटी द्वितीय व मधु स्वामी तृतीय, ‘जल के पुनर्भरण, पुनर्प्रयोग व पुनर्चक्रण को सुनिश्चित एवं प्रोत्साहित करना‘ विषय में हेमंत कुमार सैनी प्रथम, प्रदीप सिंह आदित्य तथा जतिन तृतीय स्थान पर रहे।
समापन समारोह में पदमभूषण् श्री देवेन्द्र झाझड़िया ने शिरकत की और आइडियाथॉन के विजेताओं को पुरस्कार राशि भेंट की। तीनों वर्गों में प्रथम स्थान पर रहने वालों को 10000 रुपए, द्वितीय स्थान पर रहने वालों को 7000 रुपए तथा तृतीय स्थान पर रहने वालों को 3000 रुपए पुरस्कार राशि का चेक प्रदान किया गया।
विचारों को मिल रहा मंच,ऊंची उड़ान भरेगा चूरू...

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